CONSIDERATIONS TO KNOW ABOUT HANUMAN MOHINI MANTRA

Considerations To Know About hanuman mohini mantra

Considerations To Know About hanuman mohini mantra

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बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।।’

Vishnu manifested as Mohini, an unparalleled beauty, to be able to appeal to and destroy Bhasmasur an invincible demon.

स्वापकाले प्रबोधे च यात्राकाले च य: पठेत्।।

The mantra is actually a Stambhan mantra to halt the enemy in his tracks. This mantra has to be recited 108 periods taking the title of the enemy, that is harming you. This it has been mentioned from the Tantra will destroy his intellect.

शश्वद्योषिदधिष्ठान योषित्प्राणाधिकप्रिय ।

ॐ श्री वज्रदेहाय रामभक्ताय वायुपुत्राय नमोस्तुते ।

These seeds need to be crushed for making a fine paste. This paste must be combined in Mithai [Indian sweets] or some other regional sweet and compact spherical balls should be organized.

लाभ – स्वयं की रक्षा और इच्छित लाभ की प्राप्ति हेतु.

इसके जप से हर तरह के रोग, शारीरिक दुर्बलता आदि दूर होते हैं। खास बात यह है कि हनुमानजी के उपासक को सदाचारी होना चाहिए। सदाचार से वे प्रसन्‍न होते हैं और मनोकामनाओं को पूरा करते हैं।

लाभ – गम्भीर संकट और शत्रुओं click here से मुक्ति पाने के लिए, अपने आस- पास और जीवन की नकारात्मक शक्तियों को दूर करने, के लिए इस हनुमान मंत्र का जाप करें.

कैसे ऋषि वाल्मीकि के श्राप से संस्कृत का पहला श्लोक बना

शत्रु की कुबुद्धि को ठीक करने के लिए हनुमान मंत्र

सर्वेन्द्रियाणां प्रवरं विष्णोरंशं च मानसम् ।

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